74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सरायकेला जिले में मौजूद हर विभाग और क्षेत्र के लोगों ने संविधान को नमन किया है। जहां हाई अलर्ट थानों के थानेदार संविधान के नियमों के प्रति कर्तव्यबद्ध देखे गए। आइए जानते हैं संविधान के प्रति उनके विचार।

सीनी ओपी के प्रभारी एवं सरायकेला जिला पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री आलोक रंजन ने ओपी क्षेत्र में झंडा फहरा कर शपथ लेते हुए संविधान के द्वारा चलने वाले कानून के हिसाब से तमाम पुलिस कर्मियों को सेवा परमो धर्म: का नारा बुलंद करने की बातें कहीं, उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का पहला लक्ष्य है कि आम लोगों को उनके हर परेशानियों में सेवा कर उनकी मदद करें।
चौका थाना प्रभारी श्री धर्मराज कुमार
वहीं झारखंड की राजधानी रांची और बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से आने वाले लोगो के रास्ते मध्य में पड़ने वाले चौका थाना के प्रभारी श्री धर्मराज कुमार ने कहा है कि अब सरायकेला जिले में चांडिल अनुमंडल की भौगोलिक स्थिति में काफी ज्यादा विकास हुआ है जिस कारण कई तरह के लोगों का आना-जाना क्षेत्र से होता देखा जा रहा है। इलाके का मध्यवर्ती थाना होने के कारण विभिन्न जिलों एवं अन्य राज्यों के पुलिस के साथ तालमेल तय कर बेस्ट पुलिसिंग करना हमारा कर्तव्य है। चौका थाना अपने कर्तव्य परायणता के लिए जानी जाती है जिसका कारण हमारे उच्च अधिकारियों का विश्वास और साथी पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों की मेहनत है। चौका थाना हर मामले को हाई अलर्ट मोड पर लेती है और संविधान को नुकसान पहुंचाने वाले हर एक व्यक्ति को कानून संगत प्रक्रिया से गुजरना ही पड़ेगा।

तिरिलडीह थाना प्रभारी श्री रितेश सिंह ने कहा कि चांडिल अनुमंडल का सबसे ज्यादा संवेदनशील और सीमावर्ती थाना होने की वजह से 24 घंटे हाई अलर्ट पर रहना पड़ता है संविधान के द्वारा बनाए गए सभी नियम कानूनों को कड़ाई से पालन करवाना हर थानेदार का लक्ष्य होता है; जिसे पूरा करना मेरा भी कर्तव्य है क्षेत्र में रहने वाले लोग विभिन्न तरह के रोजगार एवं काम के लिए बगल के राज्य तक जाते हैं उनकी सुरक्षा मेरा परम कर्तव्य है उनको सुरक्षित रखना ही मेरी ड्यूटी है आज गणतंत्र दिवस के दिन इस बात की ही शपथ थाने में मौजूद हर एक व्यक्ति ने ली है।

सरायकेला विधानसभा में मौजूद सीमावर्ती थाना राजनगर के प्रभारी श्री चंदन कुमार ने बताया कि सीमावर्ती थानों के थानेदार के चुस्त रहने से न्यायिक प्रक्रिया दुरुस्त रहती है। राजनगर थाना सीधे तौर पर जमशेदपुर के सीमावर्ती क्षेत्र एवं चाईबासा के सीमावर्ती क्षेत्रों से जुड़ा है। थाना क्षेत्र से डेली मजदूरी करने वाले लोग ऐसे हैं जो कई तरह के खनन के क्षेत्र में जाकर काम करते हैं। उनका रोजाना आना-जाना दूसरे जिले के कार्य क्षेत्र में भी रहता है। जहां दूसरे जिले के पुलिस अफसरों के साथ तालमेल बिठाकर राजनगर थाने का परफॉर्मेंस सबसे बेस्ट रखना चैलेंज की बात होती है। जिसे अभी तक बखूबी निभाया गया है। जिसका पूरा श्रेय राजनगर वासियों एवं राजनगर के प्रशासनिक पदाधिकारियों और थाने में मौजूद हरेक पुलिसकर्मियों को जाता है। यह कमाल की बात है कि इस क्षेत्र में रहने वाले लोग पुलिस प्रशासन और राजनीतिज्ञों से बिल्कुल घर जैसा जुड़ाव रखते हैं।