गम्हरिया पुलिस ने 12 घंटे के भीतर एक सनसनीखेज मामले का उद्भेदन किया है। जानकारी देते हुए सरायकेला अनुमंडल पुलिस पुलिस पदाधिकारी आईपीएस हरविंदर सिंह ने बताया कि जिले के अपेक्स कंपनी में काम करने वाले व्यक्ति विक्रम महतो अपने ही साथी कर्मचारी के साथ दिल्लगी कर बैठा और घंटों फोन पर बातें करता था। प्रेम में पड़े उस व्यक्ति को अंदाजा ही नहीं था कि भविष्य में उसके साथ क्या होने वाला है पूरे मामले जैसे ही प्यार परवान चढ़ने लगा विक्रम का विश्वास अपनी पहले से शादीशुदा प्रेमिका पर और गहरा होता गया लेकिन सुषमा पूर्ति के मन में कुछ और ही था जिसका अंजाम उसने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर 23 मई की रात को अपने घर पर दिया। लगातार फोन में बात करते हुए पहले तो सुषमा ने विक्रम को अपने घर पर बुलाया और पहले से घात लगाए उसके 3 साथी जयसिंह पूर्ति,सीतारी पूर्ति, मंगल पुर्ति लाठी और डंडे से ताबड़तोड़ उस पर हमला करने लगे। जिससे मौके पर ही विक्रम की मौत हो गई। उसके बाद बहुत ही पेशेवर तरीके से लाश को अलग-अलग बोरे से बांधकर मुख्य मार्ग से होते हुए कांड्रा टोल ब्रिज को पार किया और पावर ग्रिड के पास के नाले में लाकर फेंक दिया। यही नहीं अगले दिन मंगल पुर्ती ने सारी रस्सी को फिर से काटा दुनिया से नजरें बचाकर लाश के बंधे हुए सारे रस्सियों को फिर से काटा और फिर से नाले में बहाने का प्रयास किया लेकिन कानून की नजरों से शायद ही कोई बच सकता है और लाश मिलने के 12 घंटे के भीतर ही गम्हरिया थाना पुलिस प्रभारी राजीव कुमार सिंह ने अपनी सूझबूझ से सोशल मीडिया के प्रयोग से मृतक की जांच की एवं पूरे मामले के तह तक पहुंच पाए। उद्भेदन करने में पुलिस टीम के अवर निरीक्षक रितेश कुमार सिंह अवर निरीक्षक श्वेता कुजूर के साथ गम्हरिया थाने के तमाम सशस्त्र बलों ने अपना योगदान दिया है।