गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत राजनीतिक के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाला पंचायत कांड्रा नेताओं से पट चुका है, जहां जिला परिषद से लेकर वार्ड सदस्य तक के प्रत्याशी अपने अपने प्रचार के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं। ऐसे में कांड्रा के मुखिया प्रत्याशी का चुनाव सबसे ज्यादा चर्चा में बनता जा रहा है, जहां शंकरी सिंह मुंडा प्रचार के दौरान ही अपना कमाल दिखा रही हैं। चुनाव आयोग की तरफ से उन्हें बल्लेबाज छाप का चुनाव चिन्ह मिला है और प्रचार के दौरान वह अपनी नाबाद पारी खेलती जा रही हैं।

जानकारी हो की शंकरी सिंह मुंडा कांड्रा निरवर्तमान मुखिया हैं और इसके पूर्व भी वह कांड्रा की मुखिया रह चुकी है उनके पिछले कामों को देख कर ही उन्हें दुबारा कांड्रा की जनता ने मौका दिया था। जिसे उन्होंने बहुत ही कुशलता से निभाया भी है। कांड्रा की जनता की माने तो वे लगातार अपना झुकाव शंकरी सिंह मुंडा की तरफ दिखा रहे हैं, आसपास के पंचायत क्षेत्रों में अनुभव में सबसे ज्यादा एवं लोगों से सादगी से मिलकर उनके बीच रहकर उनकी समस्याओं का निपटारा करने की तकनीक जो शंकरी सिंह के पास है वह शायद जिले में किसी मुखिया के पास नहीं है, जिसके कारण ज्यादातर मामले पंचायत भवन से ही निपट जाते हैं।

जिसके चलते कई बार प्रशासन के तरफ से भी शंकरी सिंह को बधाइयां मिल चुकी हैं, हालांकि चुनाव प्रचार के दौरान शंकरी सिंह कभी-कभी भावुक भी हो जाती हैं। जहां अपने इस बार के कार्यकाल के दौरान शंकर सिंह ने अपने पति को खोया है लेकिन बावजूद उसके जनता की सेवा करने का जो जज़्बा शंकरी सिंह में देखा जा रहा है, वह काबिले तारीफ है। मीडिया से लेकर पदाधिकारियों और आम मतदाताओं तक शंकरी सिंह का प्रदर्शन काफी ज्यादा सफल और संतोषजनक रहा है। वही शंकरी सिंह ने इस बार दोगुने वोट से जीत की उम्मीद कांड्रा पंचायत के मतदाताओं से लगा रखी है।