कांड्रा में पारंपरिक चड़क पूजा का भव्य आयोजन किया गया . श्री श्री सार्वजनिक चड़क पूजा समिति कांड्रा बस्ती की ओर से आयोजित दो दिवसीय अनुष्ठान के पहले दिन बुधवार को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए . कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य सुधीर महतो, पंचायत समिति सदस्य होनी सिंह मुंडा, पूर्व प्रमुख मनोज महतो,रामाकांत महतो, समाजसेवी राम महतो, लालबाबू महतो,सजय महतो,आदि उपस्थित हुए. सतगुरु रिमिक्स डांस ग्रुप सिंदरी के कलाकारों ने स्टेज पर अपनी प्रतिभा का रंगारंग प्रदर्शन किया और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया .देर रात छऊ नृत्य का भी आयोजन किया गया, जिसमें काफी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए. छऊ नृत्य के इस कार्यक्रम की खास बात यह रही कि इसमें महिलाओं की समिति द्वारा करतब दिखाए गए. पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के शिव दुर्गा महिला छऊ नृत्य समिति के कलाकारों ने अपनी कला से ऐसी समा बांधी की रात भर दर्शक मैदान में डटे रहे . इसके अलावा विदेशों में अपनी कला का लोहा मनवा चुके पश्चिम बंगाल के छऊ नृत्य के उस्ताद विजय सहिस के नेतृत्व में आदिवासी किसान छऊ नृत्य सोसायटी के कलाकारों ने भी अपनी कला का उम्दा प्रदर्शन किया. शास्त्रों में वर्णित भगवान शिव से संबंधित विभिन्न दृष्टांत को नृत्य के माध्यम से भव्य प्रस्तुति कर कलाकारों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया. रात भर दर्शकों ने भी तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों की हौसला अफजाई की. अनुष्ठान के दूसरे दिन गुरुवार को भक्ता टांगा का त्यौहार मनाया गया.
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में खतियान टाइगर जयराम महतो ने शिरकत की. इसमें भक्तों ने अपनी पीठ पर नुकीली कील लगाकर लकड़ी के ऊंचे खंभे के सहारे लटक कर भगवान शिव के प्रति अपनी आस्था प्रकट की. ढोल नगाड़ा की थाप पर थिरकते शिव भक्तों को देखने के लिए दूरदराज के क्षेत्रों से भी काफी संख्या में लोग आए थे. चिलचिलाती धूप और प्रचंड गर्मी के बावजूद दर्शकों का उत्साह कम नहीं हो रहा था .आयोजन समिति के अध्यक्ष विजय महतो ने बताया कि कांड्रा मध्य बस्ती में चड़क पूजा मनाने की सदियों पुरानी परंपरा है और यह कई पीढ़ियों से लगातार चली आ रही है .कार्यक्रम को सफल बनाने में कमेटी के उपाध्यक्ष मुकेश महतो,सचिव राजकिशोर महतो, सह सचिव कामदेव महतो, सुमित महतो, कोषाध्यक्ष चंदन दास मोदक, शक्ति दास मोदक, आकाश महतो, रेबु दत्ता, महाराज महतो, निशिकांत महतो, परमेश्वर महतो, परिचित महतो,गोपीनाथ पात्रो, अजीत शर्मा, संतोष प्रसाद, लालू दास, भोला महतो, गोकुल महतो, सुकचंद महतो, असित दास मोदक, गणेश मोदक, सुधीर महतो, अजीत महतो, दिलीप महतो, गिरीश महतो, कोलेबर महतो, अनिल महतो सुनील महतो, आनंद पाण्डेय, भुना सिंह, प्रसाद महतो, असित महतो, पंचानंद महतो, प्रभाकर महतो, जयदेव महतो, बिजय महतो, बिनोद महतो, भोलू महतो, विधु सरदार, कार्तिक, महादेव, कृष्णा, राजू, अखिलेश महतो, आकाश मोदक, अभिषेक मोदक, विकाश दास, राकेश, निर्मल महतो, सचिन, भीम, नकुल, सुरेश, अर्जुन, बबलू, चाँद, सूरज, डुग्गु, हितेश, गोलू, अमित महतो, लखींद्र महतो, सन्तु महतो, मंगल दास, मनोहर महतो, सरोज महतो, महादेव, गणेश, राजू, सुमित, प्रभा शंकर तिवारी, सुमित पांडेय, हसनैन, चीकू, दया शंकर, सत्येन्द्र प्रसाद, चंचल दास, मिहिर महतो, धनंजय, सोमनाथ दास, उत्तम दास, देबू, मक्खन, आशीष महतो, लाल महतो…के अलावा स्थानीय लोगों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.